Panchtantra Story In Hindi- चिड़िया और समस्या

Panchtantra Story In Hindi- चिड़िया और समस्या
दोस्तों अगर आप भी अपनी Life मे आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों से जल्दी हार मान कर बार बार अपने लक्ष्य को बदल देते हो तो यह Panchtantra Story In Hindi आपको जरूर पढ़नी चाहिए I इस कहानी को पढ़ने के बाद Life की समस्याओं के प्रति आपका नजरिया बदल जायेगा I
एक बार की बात है, एक जंगल मे एक चिड़िया अपने घोंसले में सुख-शांति से रह रही थी। उसने अपने घोंसले को अपनी चोंच और पंखों से बड़ी मेहनत से बनाया था। घोंसला बहुत सुंदर और मजबूत था, और चिड़िया उसमें अपने बच्चों के साथ खुशी-खुशी रह रही थी। लेकिन एक दिन अचानक एक बड़ा तूफान आया, और उस तूफान की वजह से उसका घोंसला टूट गया। चिड़िया ने देखा कि उसका सुंदर घोंसला बिखर गया है और उसके बच्चे भी डर गए हैं।
चिड़िया ने सोचा, “ये तूफान आया और मेरा घोंसला बिगाड़ गया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं हार मान लूँ।” उसने अपने बच्चों को संभाला और फिर से अपना घोंसला बनाने में जुट गई। दिन भर वह फिर से तिनका-तिनका जोड़ कर नया घोंसला बनाती रही। एक हफ्ते की मेहनत के बाद उसका घोंसला दोबारा तैयार हो गया और वह फिर से अपने बच्चों के साथ खुशी से रहने लगी।
लेकिन कुछ ही दिनों बाद एक और बड़ा तूफान आया और इस बार भी उसके घोंसले को नुकसान पहुँचा। उसका घोंसला फिर से टूट गया। चिड़िया थोड़ी उदास हुई लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। उसने सोचा, “अगर मैं यह घोंसला फिर से बना सकती हूँ, तो मुझे किस बात का डर है?” और फिर से उसने अपने घोंसले को बनाने का काम शुरू किया। हर बार वह अपने घोंसले को पहले से भी ज्यादा मजबूत बनाती।
उसी समय उसके पास से एक और चिड़िया गुजरी और उसने कहा, “तुम बार-बार अपना घोंसला बनाती हो और हर बार यह टूट जाता है। तुम दूसरी जगह क्यों नहीं चली जाती? वहाँ तुम्हें यह मुश्किल नहीं होगी।” लेकिन चिड़िया ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “हर तूफान के बाद मैं अपने घोंसले को और मजबूत बनाती हूँ। इसका मतलब यह है कि मैं हर बार कुछ नया सीख रही हूँ और अपने आप को और भी मजबूत बना रही हूँ।” यह Panchtantra Story In Hindi Life की समस्याओं के प्रति चिड़िया के सकारात्मक नजरिये को दर्शाती है I
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चिड़िया ने सोचा, “जिंदगी में मुसीबतें और तूफान तो आते रहेंगे। अगर मैं इनके डर से अपने लक्ष्य को छोड़ दूंगी, तो मैं कभी आगे नहीं बढ़ पाऊंगी।” उसने अपने मन में दृढ़ संकल्प किया और अपने घोंसले को इतना मजबूत बनाया कि अब वह किसी भी तूफान का सामना कर सकता था। अब वह अपने घोंसले में पूरी शांति और सुरक्षा के साथ रहने लगी और कोई भी तूफान उसका घोंसला नहीं बिगाड़ पाता।
यह देखकर दूसरी चिड़िया को भी प्रेरणा मिली। उसने सोचा, “जो चिड़िया बार-बार अपने घोंसले को बनाने में सफल हो सकती है, वह हर तूफान का सामना कर सकती है।”
उसी दिन से दूसरी चिड़िया ने भी अपने घोंसले को मजबूत बनाने का फैसला किया और जब भी तूफान आता, तो वह भी बिना डरे अपना घोंसला और मजबूत बनाने में लग जाती।
कहानी की सीख : इस Panchtantra Story In Hindi से यह सीखने को मिलता है कि जिंदगी में समस्याएँ और कठिनाइयाँ आती रहेंगी, लेकिन हमें उनका सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हर तूफान हमें और मजबूत बनाता है और नए तरीके सिखाता है। “हार तभी होती है जब हम हार मान लेते हैं।”