Top 10 Moral Stories In Hindi- कठिनाइयों से हार मत मानो
Top 10 Moral Stories In Hindi- कठिनाइयों से हार मत मानो
यह कहानी Top 10 Moral Stories In Hindi कहानी संग्रह की कहानियों मे से एक है I एक गाँव में रामू नाम का एक गरीब लड़का रहता था। उसका परिवार बहुत गरीब था, और उसे पढ़ाई का बहुत शौक था। लेकिन पैसों की कमी के कारण उसके पास किताबें खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। किताबे खरीदना तो दूर रामू के घर मे खाने की सामग्री का इंतजाम भी मुश्किल से ही हो पाता था I कभी कभी तो रामू और उसके परिवार को भूखा भी सोना पड़ता था I
वह गाँव के स्कूल में जाता था और अपने अध्यापकों और दोस्तों से किताबें उधार लेकर पढ़ाई करता था। रामू दिन-रात मेहनत करता था, लेकिन गरीबी उसके सपनों के बीच दीवार बनकर खड़ी थी।
एक दिन, गाँव में एक बहुत बड़ी परीक्षा का आयोजन हुआ, जिसमें पास होने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त में शहर के बड़े स्कूल में पढ़ने का मौका मिलने वाला था। रामू ने भी परीक्षा दी, लेकिन उसकी तैयारी पूरी न होने के कारण, परीक्षा के दिन उसकी हालत खराब हो गई और वह परीक्षा में असफल हो गया।
इस परीक्षा मे असफल होने से रामू का आत्मविश्वास खतम हो गया और वह सोचने लगा , “शायद मेरी किस्मत में पढ़ाई नहीं है।” उसने हार मानने का फैसला किया और अपने सपनों को छोड़ने का फैसला कर लिया। इस घटना के बाद रामू उदास रहने लगा I उसके दादा जी ने उसकी ये स्थिति देख कर उसे अपने पास बुलाया और समझाया। दादा जी ने उसे Top 10 Moral Stories In Hindi की एक पुरानी कहानी सुनाई:-
“एक बार एक आदमी ने जंगल में एक चींटी को देखा, जो एक बड़े पत्थर के ऊपर चढ़ने की कोशिश कर रही थी। वह बार-बार गिर जाती थी, लेकिन हर बार उठकर फिर से प्रयास करती थी। आदमी ने सोचा कि इतनी छोटी चींटी इतने बड़े पत्थर के ऊपर चढ़ने का प्रयास क्यों कर रही है। आखिरकार, चींटी अपनी मेहनत और धैर्य से पत्थर के ऊपर चढ़ ही गई। आदमी ने सोचा, ‘अगर एक छोटी सी चींटी हार नहीं मानती, तो मैं क्यों हार मानूं?'” I
Top 10 Moral Stories In Hindi की यह कहानी सुनकर रामू के अंदर एक नई प्रेरणा जाग गई। उसने सोचा, “अगर मैं एक बार असफल हुआ हूँ, तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं हमेशा असफल रहूँगा। मुझे और मेहनत करनी होगी।” उसने संकल्प लिया की ” मैं और मेहनत करूँगा, अब चाहे जितनी भी कठिनाइयाँ आये पीछे नहीं हटूंगा ” I
इस Top 10 Moral Stories In Hindi की कहानी से सीख लेकर रामू ने दिन-रात मेहनत की, अपने दोस्तों से किताबें उधार लीं, और खुद को पूरी तरह से पढ़ाई में झोंक दिया। अगले साल फिर से वही परीक्षा आयोजित हुई, और इस बार रामू ने अपने मेहनत और संकल्प से सफलता हासिल की। उसने गाँव का नाम रोशन किया और शहर के बड़े स्कूल में दाखिला पाया।
Read More>> संघर्ष से सफलता
इस कहानी से मिलने वाली प्रेरणा:-
Top 10 Moral Stories In Hindi की यह कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए। असफलता सिर्फ एक पड़ाव है, मंजिल नहीं। हार मानने के बजाय हमें अपने सपनों को पाने के लिए और मेहनत करनी चाहिए।
Top 10 Moral Stories In Hindi- सपनों की उड़ान
मध्यम वर्गीय परिवार में पली-बढ़ी अदिती को बचपन से ही पायलट बनने का सपना था। जब वह आकाश में उड़ते हुए हवाई जहाज को देखती, तो उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक आ जाती। लेकिन उसके घरवालों ने उसे हमेशा यही कहा कि पायलट बनना बहुत महंगा सपना है और इस सपने को पूरा करना उनके बस की बात नहीं। अदिती की माँ अक्सर कहती, “तुम लड़की हो, हमारी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि हम तुम्हें पायलट बनने दें।”
अदिती के मन में यह बातें गहरी बैठ गईं, लेकिन उसने हार नहीं मानी। स्कूल खत्म होने के बाद उसने पढ़ाई के साथ-साथ एक छोटे-मोटे काम से पैसे बचाने शुरू किए। उसने स्कॉलरशिप के लिए भी प्रयास किया और हर परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल किए। उसके जुनून और मेहनत ने धीरे-धीरे उसके सपने की ओर उसे आगे बढ़ाया।
जब उसने अपने माता-पिता को बताया कि उसे एक अच्छे फ्लाइंग स्कूल में दाखिला मिल गया है, तो वे आश्चर्यचकित रह गए। अदिती की मेहनत देखकर उनके चेहरे पर गर्व था, लेकिन आर्थिक स्थिति अब भी उनके लिए चुनौती थी। इस मुश्किल घड़ी में अदिती ने कोई और रास्ता नहीं देखा और खुद छोटे-छोटे काम करके अपने सपने की फीस जुटाने लगी।
एक दिन, अदिती को एक बड़ा मौका मिला। उसे एक प्रतिष्ठित विमानन कंपनी से इंटर्नशिप का प्रस्ताव मिला, जिससे उसकी पढ़ाई की पूरी फीस माफ हो गई। इस सफलता ने उसके सपनों को नए पंख दिए, और कुछ सालों की कड़ी मेहनत के बाद, वह एक सफल पायलट बन गई। उसने साबित कर दिया कि अगर सपने सच्चे और दृढ़ हों, तो कोई भी बाधा उन्हें रोक नहीं सकती।
प्रेरणा:
Top 10 Moral Stories In Hindi की यह कहानी हमें सिखाती है कि अगर हमारे सपनों में सच्चाई और हमारी मेहनत में ईमानदारी हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। दृढ़ संकल्प और अटूट विश्वास से हम अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।